NEET काउंसलिंग की सीट मैट्रिक्स में शामिल नहीं हुआ सीकर का आयुर्वेद कॉलेज

सीकर. जिले की राजकीय आयुर्वेद कॉलेज में प्रवेश के इच्छुक सैंकड़ों अभ्यर्थियों की उम्मीद को झटका लगा है। राजस्थान आयुष नीट यूजी-पीजी काउंसलिंग बोर्ड की नीट काउंसलिंग के पहले राउंड की मेट्रिक्स सूची में जिले की राजकीय आर्युवेदिक कॉलेज को शामिल नहीं किया गया है। इसकी वजह कॉलेज को इस बार नेशनल कमिशन फोर इंडियन सिस्टम आॅफ मेडिसिन (एनसीआइएसएम) से इस सत्र की मान्यता नहीं मिलना है। ऐसे में कॉलेज की 60 सीटों पर प्रवेश का संकट गहराने के साथ जिले में आयुर्वेद चिकित्सक की पढ़ाई करने वाले अभ्यर्थियों की उम्मीद टूटी है। हालांकि सरकार से लगातार पत्र व्यवहार कर कॉलेज प्रशासन अगले राउंड की काउंसलिंग में कॉलेज के शामिल होने की उम्मीद जता रहा है।

सतत प्रक्रिया, उम्मीद बाकी

कॉलेजों की मान्यता एक सतत प्रक्रिया है। ऐसे में कॉलेज प्रशासन नीट काउंसलिंग के अन्य राउंड से पहले मान्यता व सीट आवंटन को लेकर सरकार से लगातार संपर्क कर रहा है। चूंकि पिछले साल भी कॉलेज में शुरू में 18 और बाद में पूरी 60 सीटों पर प्रवेश हुए थे। ऐसे में इस सत्र में भी कॉलेज प्रशासन को प्रवेश प्रक्रिया शुरू होने की अब भी उम्मीद है।

योग एंड नेचुरोपैथी कॉलेज में होंगे प्रवेश

आयुष काउंसलिंग बोर्ड की सूची में जिले की योग एंड नेचुरोपैथी कॉलेज का नाम शामिल है। यहां की 30 सीटों पर नीट पास अभ्यर्थी मेरिट व काउंसलिंग के आधार पर प्रवेश ले सकेंगे। कॉलेज में सभी सीट स्टेट कोटे की है।

प्रदेश में 50 कॉलेजों की 2788 सीटों पर होगा प्रवेश

आयुष काउंसलिंग बोर्ड ने पहले राउंड के लिए प्रदेश की 50 आयुर्वेदिक, युनानी, होम्योपैथी, योग एंड नेचुरोपैथी कॉलेजों की सूची जारी की है। इनमें प्रवेश के लिए 2788 सीटें खाली बताई गई है। इनमें 13 आयुर्वेदिक कॉलेजों की 775, तीन युनानी कॉलेजों की 155, आठ होम्योपैथी कॉलेजों की 478 व योग एंड नेचुरोपैथी के 26 कॉलेजों की 1410 सीटों पर प्रवेश की प्रक्रिया शुरू की गई है।

अभ्यर्थी कर रहे सवाल

जिला आयुर्वेद कॉलेज में प्रवेश के लिए काफी अभ्यर्थी इच्छुक है। मेट्रिक्स सूची में जिले की आयुर्वेद कॉलेज का नाम नहीं आने पर वे कॉलेज प्रशासन से फोन पर इस संबंध में जानकारी ले रहे हैं।

इनका कहना है:—

आयुर्वेद कॉलेज में इस में भी प्रवेश प्रक्रिया जारी रहने की पूरी कोशिश की जा रही है। उम्मीद है काउंसलिंग के अगले राउंड में कॉलेज को शामिल कर लिया जाएगा।
डा. महेंद्र सोरठा, प्राचार्य, राजकीय आयुर्वेद कॉलेज, सीकर।

​ ​